मथुरा. वृंदावन के रहने वाले प्रसिद्ध प्रेमानंद महाराज की भाषा और वाणी में ऐसा तेज है कि आज उन्हें मानने वालों की संख्या हजारों-लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है. लोग पूरी श्रद्धा से उनके पास जाते हैं और अपने सवालों का जवाब मांगते हैं. प्रेमानंद महाराज भक्तों को कर्म पर चलते हुए भक्तिमार्ग पर बने रहने की सलाह देते हैं. वहीं कई ‘बाबा’ ऐसे भी हैं जो लोगों को गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज चमत्कार से करने का दावा करते हैं. हाथरस हादसे के दौरान जिस ‘भोले बाबा’ उर्फ सूरजपाल को भक्त सुनने पहुंचे थे, कहा जाता है कि वो किसी भी रोग को ठीक करने का दावा करता था. ऐसी मान्यता थी कि उसके सत्संग में लगे हेडपंप से निकला पानी सभी रोग ठीक कर देता है. हालांकि प्रेमानंद महाराज ऐसे बाबाओं को लेकर पहले ही लोगों को चेता चुके थे.
एक सवाल के जवाब में लोगों को समझाते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा, ‘भगवान ने हनुमान जी को दवाई लेने भेजा था. नहीं भेजा था, बताओ. आप समझो कि वहां छू-छा वाला कोई बुला लेते हनुमानजी. उस समय विश्व में कोई तांत्रिक, कोई मंत्र ऐसा नहीं था क्या, अच्छा राम जी से बढ़कर कोई है क्या…? लेकिन दवाई लाई गई या नहीं लाई गई. वैद्य बुलाया गया, दवाई लाई गई, पीसकर पिलाई गई और वो पूरी कथा आपको पता है. इसलिए हम कहते हैं कि नौटंकी नाटक पर भरोसा मत करो. जब तुम्हें कोई रोग हो, तो अच्छे डाक्टरों से सलाह लो, दवाई लो और भगवान का नाम जप करो.’
प्रेमानंद जी महाराज के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर्स हैं.
दरअसल प्रेमानंद महाराज यहां रामायण के उस प्रसंग की बात कर रहे हैं, जब लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे. उस समय वैद्य ने संजीवनी बूटी का नाम बताया कि यही लक्ष्मण को प्राणदान दे सकती है. ये सुनते ही श्रीराम ने हनुमान जी को संजीवनी बूटी लेने भेजा था, और वो पूरा पहाड़ ही उठा लाए थे.
प्रेमानंद महाराज के दर्शनों के लिए रात में भी भक्तों की लंबी लाइनें लगी होती हैं.
बता दें कि हाथरस हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज ने भी भक्तों को रात में भीड़ लगाने से मना कर दिया है. प्रेमानंद महाराज हर रात 2.15 बजे से अपने आश्रम श्री हित राधा केलि कुंज तक पद यात्रा करते हैं. इस पद यात्रा में प्रेमानंद महाराज का दर्शन करने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगती हैं. ये लोग रात में ही लाइनें लगाकर खड़े हो जाते हैं. लेकिन अब उन्होंने श्रद्धालु से रात में दर्शन के लिए रास्ते में खड़ा होने से मना कर दिया है. श्री हित राधा केली कुंज परिकर के माध्यम से ये अपील सोशल मीडिया अकाउंट पर की गई है.