Kark Sankranti 2024: कर्क संक्रांति, सूर्यदेव को समर्पित एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है, जो 16 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा. इस दिन, सूर्यदेव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष शास्त्र में, इस राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव माना जाता है.
दान पुण्य का महत्व
कर्क संक्रांति दान पुण्य के लिए भी विशेष दिन माना जाता है. इस दिन किए गए दान का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है. मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा और दान करने से रोग, कष्ट, और ग्रह बाधाओं से मुक्ति मिलती है.
सूर्यदेव का गोचर
हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्यदेव 16 जुलाई को प्रातः 11 बजकर 29 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. इस दौरान वे 19 जुलाई को पुष्य नक्षत्र, 2 अगस्त को अश्लेषा नक्षत्र और 16 अगस्त को मघा नक्षत्र में गोचर करेंगे. 16 अगस्त को ही वे सिंह राशि में भी प्रवेश कर जाएंगे.
विभिन्न राशियों पर प्रभाव
कर्क संक्रांति का प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग होगा. कुछ राशियों के लिए यह शुभ रहेगा, तो कुछ राशियों को थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है.
कर्क संक्रांति का शुभ मुहूर्त: प्रातः 11 बजकर 29 मिनट से दोपहर 1 बजकर 52 मिनट तक (16 जुलाई 2024)
सूर्यदेव की पूजा विधि
सूर्योदय से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें.
तांबे के लोटे में जल लें और उसमें लाल फूल, अक्षत, और कुमकुम डालें.
सूर्यदेव को अर्घ्य दें और सूर्य मंत्र का जाप करें.
“ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें.
सूर्यदेव को फल, मिठाई, और दान आदि अर्पित करें
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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