Ayushman Yojana: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक बार फिर बजट पेश करने जा रही है. बता दे कि इससे पहले इसी वर्ष उन्होंने अंतरिम बजट पेश किया था. अब नई सरकार आने के बाद एक बार फिर से सरकार बजट पेश करने जा रही है. इस बजट में लोगों को सरकार से काफी उम्मीदें हैं. आने वाले बजट में आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ सकती है. श्रमिक संगठनों की मांगों के मुताबिक सरकार 2024 - 25 के बजट में मरीजों को इलाज के लिए मिलने वाले पैसे की सीमा बढ़ा सकती है. ऐसे में सभी आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए यह काफी राहत की खबर होने वाली है. तो आईए जानते हैं क्या है आयुष्मान भारत योजना और इस बजट में श्रमिक संगठनों की मांगे.
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आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहा जाता है. यह योजना भारत सरकार द्वारा लोगों के स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने के लिए चलाई जाती है. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्राप्त करना है. बताते चलें कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले सभी परिवारों को 5 लाख तक का कैश रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है. सरकार की माने तो इस योजना का उद्देश्य उन व्यक्तियों और परिवारों को बहुत कम खर्चे पर गुणवता पूर्ण इलाज मुहैया कराया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर है. आयुष्मान भारत योजना दुनिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य योजनाओं में से एक मानी जाती है. इस योजना का लक्ष्य 50 करोड़ से ज्यादा भारत नागरिकों खास तौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए स्वास्थ्य कवरेज उपलब्ध कर सके. यह योजना 2018 में भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई थी. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड मुहैया कराया जाता है. इस कार्ड की मदद से वह किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल सार्वजनिक या निजी में सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं.
श्रमिक संगठनों द्वारा सरकार से मांगे
श्रमिक संगठनों का सरकार से मांग है कि वह इलाज की सीमा को बढ़ा दे.श्रमिक संगठनों का कहना है कि 5 लाख रुपये की सीमा पर्याप्त नहीं हो पाता है. खासकर तब जब बीमारी गंभीर हो तब उसके इलाज के लिए इससे अधिक राशि की जरूरत पड़ती है. इन संगठनों का सरकार के द्वारा जो दूसरा सबसे बड़ा मांग है वह है दवाइयां और उपचारों को शामिल करना. वे यह भी मांग कर रहे हैं कि योजना में दवाओं और उपचारों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया जाए जिनसे उनका इलाज करवाना आसान हो जाए. जो कि फिलहाल वर्तमान समय में कवर नहीं किया जाता है. साथ ही साथ इनका यह भी कहना है कि अस्पतालों का दायरा बढ़ाना चाहिए. जिससे अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को भी इस योजना में शामिल किया जाए. ताकि उनका उच्चतम स्तर का इलाज प्राप्त हो.
विशेषज्ञों का यह मानना है कि यदि सरकार इन मांगों को पूरा करती है तो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले सभी लाभार्थियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर हो सकती है. जिससे सभी आयुष्मान कार्ड धारकों कई प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं.
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