देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि शनि अभी अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान है.वहीं, मंगल अपनी स्वराशि मेष में बैठा है. शनि की तीसरी दृष्टि मेष पर पड़ने के कारण मंगल और शनि मिलकर पांच राशियों का जीवन कस्टमय बनाने वाले है.