आज का पंचांग 21 जून 2024: शुक्रवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत और वट पूर्णिमा व्रत है. उस दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि, ज्येष्ठा नक्षत्र, शुभ योग, वणिज करण, पश्चिम का दिशाशूल और शुक्रवार दिन है. सुबह 07:31 ए एम के बाद से पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. ज्येष्ठ पूर्णिमा और वट पूर्णिमा का व्रत करने से सुख, समृद्धि बढ़ेगी, इसके साथ ही वैवाहिक जीवन भी सुखमय होगा. वट पूर्णिमा व्रत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. यह व्रत सुहागन महिलाएं ही करती हैं. वट पूर्णिमा व्रत में बरगद यानी वट वृक्ष, देवी सावित्री और उनके पति सत्यवान की पूजा की जाती है. ज्येष्ठ अमावस्या को पड़ने वाली वट सावित्री व्रत के समान ही वट पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत शुक्रवार के दिन है. इस दिन व्रत रखकर चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं, वहीं शुक्रवार दिन भी देवी लक्ष्मी की पूजा का है. शुक्रवार के दिन ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत का होना अति शुभ संयोग वाला है. इस दिन सुबह में सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें. प्रदोष काल में यानी सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पर माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करें. उनको खीर, बताशा या दूध से बनी सफेद मिठाई का भोग लगाएं. उनके आशीर्वाद से आपके धन-दौलत में बढ़ोत्तरी होगी. शाम के समय जब चंद्रोदय हो जाए तो चंद्रमा को जल अर्पित करें. कच्चे दूध, सफेद फूल, शक्कर, अक्षत् आदि डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. इससे कुंडली का चंद्र दोष दूर होगा. वैदिक पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, भद्रा, अशुभ समय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
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आज का पंचांग, 21 जून 2024
आज की तिथि- चतुर्दशी – 07:31 ए एम तक, उसके बाद पूर्णिमा तिथि प्रारंभ
आज का नक्षत्र- ज्येष्ठा – 06:19 पी एम तक, फिर मूल नक्षत्र
आज का करण- वणिज – 07:31 ए एम तक, फिर विष्टि – 07:08 पी एम तक, उसके बाद बव
आज का योग- शुभ – 06:42 पी एम तक, उसके बाद शुक्ल योग
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- शुक्रवार
चंद्र राशि- वृश्चिक – 06:19 पी एम तक, फिर धनु
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:24 ए एम
सूर्यास्त- 07:22 पी एम
चन्द्रोदय- 07:04 पी एम
चन्द्रास्त- 05:11 ए एम, 22 जून
अभिजीत मुहूर्त- 11:55 ए एम से 12:51 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:04 ए एम से 04:44 ए एम
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अशुभ समय
भद्रा: 07:31 ए एम से 07:08 पी एम
भद्रावास: स्वर्ग में – 07:31 ए एम से 06:19 पी एम तक
पाताल में: 06:19 पी एम से 07:08 पी एम तक
राहुकाल- 10:38 ए एम से 12:23 पी एम
गुलिक काल- 07:09 ए एम से 08:53 ए एम
दिशाशूल- पश्चिम
शिववास
भोजन में – 07:31 ए एम तक, उसके बाद श्मशान में
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FIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 18:31 IST