Sunday, October 20, 2024
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जून 2024 में क्‍यों लग रही है इतनी आग? 100 साल बाद बना शनि-मंगल का भयानक योग, कल‍ियुग में द‍िखेगा प्रचंड तांडव

Why are there so many fires accident happening in June 2024: ब‍िहार के छपरा में चलती कार में आग लग गई. अयोध्‍या से दर्शन कर लौट रहे इस कार में पति-पत्‍नी सवार थे और पत्‍नि ज‍िंदा जल गई. कुवैत की इमारत में आग लगने से 40 भारतीयों की मौत हो गई. नोएडा और कोलकाता में घरों और मॉल में आग लग रही है… इन दिनों आपको लगातार चारों तरफ से आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. आखिर अचानक ऐसा क्‍या हुआ कि हर जगह से आग लगने की इतनी घटनाएं सामने आ रही हैं? क्‍या इनका संबंध ग्रहों की चाल से है? दिल्‍ली के प्रस‍िद्ध ज्‍योत‍िष व दस महाव‍िद्याओं के ज्ञाता ज्‍योत‍िष मृगेंद्र चौधरी के अनुसार शन‍ि-मंगल की ऐसी युति 100 साल में जून के म‍हीने में बनी है. ग्रहों के इस व‍िनाशकारी योग के चलते ही दुनियाभर में आगजनी की घटनाएं हो रही हैं. यूं तो ग्रहों का ऐसा दुर्योग यानी मंगल-शनि का योग हर 27 साल में एक बार बनता है. लेकिन जब ये योग अगस्‍त, जनवरी आदि क‍िसी महीने में बनता है तो बारिश या ठंड की वजह से घटनाएं कम हो जाती हैं. लेकिन जून की भीषण गर्मी वाले महीने में ये योग 100 साल बाद बना है. हालांकि 15 जून के बाद इन घटनाओं में कमी आनी चाहिए, लेकिन 11 जून के बाद से ही रसोईघरों में आग लगने के भयानक योग बन रहे हैं. जान‍िए क्‍या कहते हैं ज्‍योत‍िष व वास्‍तु व‍िशेषज्ञ मृगेंद्र चौधरी.

30 जून तक आग लगने का खतरा बरकरार

ग्रह-गोचर के भीतर शन‍ि, कुंभ राशि यानी अपनी मूल त्र‍िकोण राशि में गोचर कर रहा है. 1 जून से मंगल ने मेष राशि में है और 30 जून तक वह स्‍वराशि में ही गोचर करेगा. मंगल तामसी अग्‍नि तत्‍व का कारक माना जाता है. चाहे वो चूल्‍हे की आग हो, क‍िसी शस्‍त्र की आग इन सब का संबंध मंगल से होता है. लकड़ी का काम या कहें कृष‍ि से जुड़ा कोई भी काम उसका कारक शनि होता है. इसपर शनि और चंद्र का प्रभाव होता है. 1 जून से शन‍ि अपनी मूल त्र‍िकोण राशि यानि कुंभ राशि में बैठकर मेष राशि पर तीसरी दृष्‍ट‍ि यानी अपनी नीच दृष्‍ट‍ि डाले हुए है. शनि और मंगल शत्रु ग्रह हैं. इसे ऐसे समझें कि शनि जो है वह लकड़ी है और मंगल आग है, जब ये दोनों म‍िलेंगे तो क्‍या होगा, वैसे ही शनि और मंगल के साथ आने पर हो रहा है. ऊपर से शनि की दृष्‍टि नीच की है. तो 1 जून से ये घातक योग बना हुआ है.

मंगल-केतु की युति लगा रही है इलेक्‍ट्रोन‍िक चीजों में आग

इसके साथ ही मंगल, केतु के नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है और केतु भी कन्‍या राशि में नीच का बैठा हुआ है. केतु व‍िद्युत ऊर्जा यानी इलेक्‍ट्र‍िस‍िटी और घर्षण ऊर्जा का कारक माना जाता है. इसल‍िए आजकल इलेक्‍ट्रोन‍िक चीजों के फटने से जैसे एयरकंडीशन में आग लगना, या पेट्रोल-सीएनजी की कारों में आग लगना जैसी घटनाएं आप लगातार देख रहे हैं. लकड़‍ियों के आपस में रगड़ होने से, गैस से, नेचुरल गैस से, सीएनजी आदि से आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं. नोएडा के एक इलाके में आईजीएल के पाइप में भी आग लगने की घटना सामने आई थी. इस युति का अन्‍य वस्‍तुओं पर भी प्रभाव पड़ रहा है. इस समय वातावरण में जो ऊर्जा बनी हुई है वह बहुत ही व‍िघटनकारक बनी हुई है. यही कारण है कि आप आजकल आग लगने की इतनी ज्‍यादा घटनाएं सुन रहे हैं.

होटल, रेस्‍तरां, रसोइयों में लग सकती है आग

पंड‍ित मृगेंद्र चौधरी का कहना है कि 30 जून के बाद जब मंगल, वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे तो ये सभी घटनाएं समाप्‍त हो जाएंगी. हालांकि 15 जून से यानी आज से इन घटनाओं में कमी आ जाएगी क्‍योंकि मंगल, केतु के नक्षत्र से शुक्र के नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं. हालांकि शुक्र और मंगल की युति से भी सावधान रहने की जरूरत है. इस दौरान रसोई में काम करने वाली मह‍िलाएं और रेस्‍तरां आदि को बहुत सतर्क रहने की जरूरत है. 11 जून से 25 जून तक रेस्‍तरां में आग लगने के या रसोई में आग लगने के बहुत ही प्रबल योग बन रहे हैं. तो ऐसे में होटल माल‍िकों आदि को बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है. इसके समयाधि में परफॉर्म‍िंग आर्ट से जुड़े लोग अगर स्‍टेज पर परफॉर्म कर रहे हैं तो वहां आग लगने की घटना हो सकती है. शुक्र से जुड़े काम जैसे एक्‍ट‍िंग, परफॉर्मिंग, रसोई आदि में आग लगने की घटना हो सकती है, तो ध्‍यान रखने की जरूरत है.

क्‍या करें उपाय

शुक्र से जुड़े काम जैसे एक्‍ट‍िंग, परफॉर्मिंग, रसोई आदि में आग लगने की घटना हो सकती है, तो ध्‍यान रखने की जरूरत है. अगर इस युति का उपाय करना चाहते हैं और इस दुष्‍प्रभाव से प्रभाव‍ित होने का आपको डर है तो उपाय करने चाहिए.
– शनि देव को गुड़ और सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए. शनिवार और मंगलवार के दिन शनि देव को तेल और 1100 ग्राम गुड अर्पित करना चाहिए. – इसके अलावा हनुमान जी के मंदिर में कपड़ा, लाल बूंदी के लड्डू अर्प‍ित करें.
– भगवान शंकर को शहद से नहलाएं.
– ग्रहणियों के ल‍िए सावधानी रखने की बहुत जरूरत है. कई बार आप गैस चालू कर के बाहर काम करने चली जाती है. ऐसा इस अवध‍ि में न करें.

Tags: Astrology, Car fire, Fire incident


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