Saturday, November 16, 2024
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ज्येष्ठ अमावस्या आज या कल? पंडित जी से जान लें सही तारीख, 1 नहीं 3 हैं बड़े व्रत-पर्व

Jyeshtha Amavasya 2024: ज्येष्ठ अमावस्या का पावन पर्व आज 5 जून बुधवार को है या फिर कल 6 जून गुरुवार को है. दरअसल ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि दो दिन पड़ रही है, इस वजह से लोग जानना चाहते हैं कि ज्येष्ठ अमावस्या आज है या कल. ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद दान करते हैं. ज्येष्ठ माह​ में जल का दान करना महापुण्य फलदायी होता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि ज्येष्ठ अमावस्या आज है या कल? ज्येष्ठ अमावस्या पर स्नान दान का समय क्या है? ज्येष्ठ अमावस्या पर 1 नहीं 3 बड़े व्रत-पर्व पड़ रहे हैं.

ज्येष्ठ अमावस्या 2024 की सही तारीख

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सूर्योदय के समय जो तिथि होती है, उस दिन ही वह तिथि मान्य होती है. ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि उस दिन मान्य होगी, जिस दिन सूर्योदय में यह तिथि होगी. अब इस साल ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि देखते हैं.

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पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या तिथि आज 5 जून बुधवार को शाम में 07 बजकर 54 मिनट से प्रारंभ हो रही है. इस तिथि का समापन कल 6 जून गुरुवार को शाम 06 बजकर 07 मिनट तक है. अब देखिए कि ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि में सूर्योदय कल 6 जून को प्राप्त हो रही है, ऐसे में ज्येष्ठ अमावस्या कल ही मनाना उचित है.

ज्येष्ठ अमावस्या का शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ अमावस्या के दिन जिन लोगों को स्नान दान और पितरों की पूजा करनी है, वे लोग ब्रह्म मुहूर्त में स्नान दान करते हैं. दिन में 11 बजे के बाद पितरों के लिए श्राद्ध, पिंडदान आदि कर सकते हैं. पितरों के लिए तर्पण, दान आदि सुबह में कर सकते हैं.

ज्येष्ठ अमावस्या के दिन का शुभ-उत्तम मुहूर्त प्रात: 05:23 एएम से सुबह 07:07 एएम तक है. उसके बाद चर-सामान्य मुहूर्त 10:36 ए एम से 12:20 पी एम तक है. लाभ-उन्नति मुहूर्त 12:20 पी एम से 02:04 पी एम तक है और अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 02:04 पी एम से 03:49 पी एम तक है.

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6 जून को ज्येष्ठ अमावस्या समेत 3 बड़े व्रत-पर्व

6 जून गुरुवार के दिन ज्येष्ठ अमावस्या के साथ शनि जयंती और वट सावित्री व्रत भी है. ऐसे में यह दिन काफी महत्वपूर्ण है. इस दिन आप पितरों को प्रसन्न करने के साथ शनि देव की पूजा करें. सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री व्रत रखें. 6 जून को स्नान, दान, व्रत और पूजा पाठ से आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी.

Tags: Dharma Aastha, Religion, Shani Jayanti, Vat Savitri Vrat


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