Rupees: एग्जिट पोल में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तीसरी बार सरकार बनने की उम्मीद की खुशी में शेयर बाजारों के तीन से अधिक फीसदी तक उछाल के साथ ही अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में भी रुपये ने डॉलर को रौंदकर सलामी ठोकी है और मतगणना से पहले 28 पैसे की बढ़त के साथ ‘जय हो जनाब’ बोला. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 28 पैसे की मजबूती के साथ 83.14 पर बंद हुआ. यह रुपये का दो माह का हाई लेवल है. स्थानीय मुद्रा में इस बड़े सुधार के पीछे मजबूत घरेलू व्यापक आर्थिक आंकड़ों, विदेशी पूंजी की आवक और अमेरिकी मुद्रा में आई आंशिक कमजोरी जैसे सकारात्मक कारकों की भूमिका रही.
28 पैसे की बढ़त के साथ बंद हुआ रुपया
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, तेल उत्पादकों के समूह ओपेक प्लस के तेल उत्पादन को स्थिर रखने के फैसले के बाद कच्चे तेल की कीमतों के निचले स्तर ने भी भारतीय मुद्रा को समर्थन दिया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.09 के भाव पर मजबूती से खुला और दिन में कारोबार के दौरान 82.95 के उच्चतम स्तर और 83.17 के निचले स्तर पर घूमता रहा. कारोबार के अंत में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.14 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ. यह पिछले बंद से 28 पैसे की बड़ी बढ़त है. पिछले कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को रुपया 13 पैसे गिरकर 83.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
शेयर बाजार में खरीदारी से मजबूत हुआ रुपया
इससे पहले रुपया इस साल 21 मार्च को डॉलर के मुकाबले 83.13 पर बंद हुआ था. यह 18 मार्च को 83 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गया था. इसके अलावा स्थानीय मुद्रा ने सोमवार को 15 नवंबर, 2023 के बाद से एक दिन में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की. उस समय रुपया 24 पैसे प्रति डॉलर चढ़कर बंद हुआ था. शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि एग्जिट पोल में लगातार तीसरी बार भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बनने की संभावना जताए जाने के बाद घरेलू बाजारों में जमकर खरीदारी हुई. इस तेजी के कारण भारतीय रुपये में मजबूती आई.
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रुपये को मिला शेयर बाजार और आर्थिक आंकड़ों का समर्थन
बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2,507.47 अंक यानी 3.39 फीसदी की बड़ी छलांग लगाते हुए 76,468.78 अंक के अब तक के हाइएस्ट लेवल पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी 733.20 अंक यानी 3.25 प्रतिशत बढ़कर 22,263.90 अंक के नए शिखर पर बंद हुआ. चौधरी ने कहा कि इसके अलावा मजबूत वृहद आर्थिक आंकड़ों ने भी रुपये को समर्थन दिया. हालांकि, विनिर्माण क्षेत्र के निराशाजनक पीएमआई आंकड़ों ने तेज बढ़त को सीमित कर दिया. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 फीसदी बढ़कर 104.68 पर पहुंच गया.
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