Pakistan : आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ढिंढोरा पीटना शुरू कर दिया है कि अब उनके अफसर मित्र देशों के सामने ‘भीख का कटोरा’ लेकर नहीं जाएंगे. एक दिन के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वे दिन अब गए, जब नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के अधिकारी अपने आर्थिक तंगी से निपटने के लिए मित्र देशों के पास जाते थे, लेकिन अब वे ‘भीख का कटोरा’ लेकर मित्र देशों के पास नहीं जाएंगे. ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान और यूएई के बीच लंबे समय से धार्मिक-सांस्कृतिक समानता पर आधारित भाईचारे का रिश्ता है.
मैंने तोड़ दिया भीख का कटोरा: शहबाज शरीफ
जियो न्यूज से बातचीत करते हुए शहबाज शरीफ ने कि वे दिन गए, जब मैं अपने मित्र देशों में भीख का कटोरा लेकर जाता था. मैंने वह कटोरा तोड़ दिया है. संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे भाई, आपने अपने महान पिता की तरह, एक भाई की तरह, परिवार के सदस्य की तरह पाकिस्तान का समर्थन किया है. हालांकि, इस कार्यक्रम में यूएई के राष्ट्रपति मौजूद नहीं थे.
संयुक्त निवेश की तलाश में यूएई गए शहबाज
मार्च में सत्ता में आने वाली पाकिस्तान की नई सरकार के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि आज मैं यहां इस महान देश में हूं. इस भाईचारे वाले महान देश में कर्ज मांगने के लिए नहीं, बल्कि संयुक्त सहयोग और संयुक्त निवेश की तलाश में हूं. इन सहयोगों से निवेशकों को पारस्परिक लाभ होगा. कड़ी मेहनत, सरलता और आधुनिक उपकरणों और कौशल के माध्यम से लाभांश प्राप्त किया जाएगा. पाकिस्तान की आबादी के 60 फीसदी हिस्से यानी युवाओं को सशक्त बनाने के लिए आईटी कौशल को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने के लिए यूएई और पाकिस्तान की कंपनियों के बीच सहयोग की सराहना की और इसे पाकिस्तान में दोहराने की इच्छा व्यक्त की.
एनएसई का मार्केट कैप पहली बार 5 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचा
पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट
बताते चलें कि अप्रैल 2024 के मध्य तक पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट दर्ज की गई. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल में पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 74 मिलियन डॉलर की गिरावट आई. 19 अप्रैल को समाप्त हुए हफ्ते में बैंक का कुल विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 8 अरब डॉलर के करीब आ गया. बैंक ने एक बयान में बताया कि बाहरी कर्ज के पुनर्भुगतान के चलते विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई. वहीं, कमर्शियल बैंकों के पास मौजूद शुद्ध विदेशी मुद्रा भंडार 5.3 अरब डॉलर पर आ गया. इस तरह पाकिस्तान का कुल लिक्विड विदेशी मुद्रा भंडार 13.3 अरब डॉलर रह गया है.
कड़ाही फांदकर अब नहीं भागेगा प्याज, रेडिएशन प्रोसेसिंग में बांधकर रखेगी सरकार