आज का पंचांग 16 मई 2024: सीता नवमी 16 मई गुरुवार के दिन है. उस दिन वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि, मघा नक्षत्र, ध्रुव योग, बव करण, दक्षिण का दिशाशूल और दिन गुरुवार है. सुबह 06:22 ए एम के बाद से नवमी तिथि लग जाएगी. ऐसे में सीता नवमी का उत्सव गुरुवार को है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को माता सीता प्रकट हुई थीं, इस वजह से सीता नवमी इस तिथि को मनाते हैं. इस दिन व्रत रखकर माता सीता की विधि विधान से पूजा करते हैं. इस बार सीता नवमी गुरुवार होने के कारण भगवान विष्णु की पूजा का भी शुभ संयोग बना है. सीता नवमी पर व्रत और पूजा पाठ करने से दांपत्य जीवन खुशहाल होता है. महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है.
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की पूजा के लिए समर्पित है. जो लोग व्रत रखते हैं, वे भगवान विष्णु की पूजा पीले फूल, तुलसी के पत्ते, पंचामृत, फल, धूप, दीप आदि से करते हैं. श्रीहरि को गुड़ और चने की दाल का भोग लगाया जाता है. विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा, गुरुवार व्रत कथा पढ़ते हैं. उसके बाद विष्णु जी की आरती करते हैं. विष्णु पूजा के बाद केले के पौधे की भी पूजा करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि केले के पौधे में भगवान विष्णु का वास होता है. जिनकी कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो पूजा के बाद पीले कपड़े, केला, गुड़, चने की दान, पीतल, हल्दी आदि का दान कर सकते हैं. इससे गुरु दोष दूर होता है. गुरु के बीज मंत्र का जाप भी लाभदायक होता है. वैदिक पंचांग से जानते हैं सीता नवमी के शुभ मुहूर्त, रवि योग, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि के बारे में.
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आज का पंचांग, 16 मई 2024
आज की तिथि- अष्टमी – 06:22 ए एम तक, फिर नवमी तिथि प्रारंभ
आज का नक्षत्र- मघा – 06:14 पी एम तक, उसके बाद पूर्वाफाल्गुनी
आज का करण- बव – 06:22 ए एम तक, बालव – 07:33 पी एम तक, उसके बाद कौलव
आज का योग- ध्रुव – 08:23 ए एम तक, फिर व्याघात
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- सिंह
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:30 ए एम
सूर्यास्त- 07:06 पी एम
चन्द्रोदय- 12:46 पी एम
चन्द्रास्त- 01:59 ए एम, 17 मई
अभिजीत मुहूर्त- 11:50 ए एम से 12:45 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:06 ए एम से 04:48 ए एम
सीता नवमी 2024 योग
रवि योग: 06:14 पी एम से 05:29 ए एम, 17 मई
पूजा मुहूर्त: सुबह 10:56 बजे से दोपहर 01:39 बजे तक
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अशुभ समय
राहुकाल- 02:00 पी एम से 03:42 पी एम
गुलिक काल- 08:54 ए एम से 10:36 ए एम
दिशाशूल- दक्षिण
शिववास
श्मशान में – 06:22 ए एम तक, उसके बाद मां गौरी के साथ
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FIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 18:31 IST