यदि आपकी कुंडली में राहु लग्न में और केतु सप्तम भाव में हो तो अनंत काल सर्प दोष लगता है. यदि राहु द्वितीय भाव में और केतु अष्टम भाव में हो तो कुलिक काल सर्प दोष लगता है.
Types Of Kalsarp Dosh: यदि आपके सपने में कई बार लगातार सांप दिखाई देते हैं या फिर आपको सांप से डर लगता है, जीवन में लगातार बाधाएं आ रही हैं और इनका कोई समाधान भी नहीं हो पा रहा है तो समझ लीजिए कि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष हो सकता है. इसके अलावा कुंडली में कई ऐसे शुभ और अशुभ योग बनते हैं जिससे पता चलता है कि आपको कौन सा दोष लगने वाला है या लगा हुआ है क्योंकि कालसर्प दोष कई प्रकार के होते हैं. आइए जानते हैं कालसर्प दोष के प्रकारों के बारे में भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे से.
यदि आपकी कुंडली में राहु लग्न में और केतु सप्तम भाव में हो तो अनंत काल सर्प दोष लगता है. वहीं यदि राहु द्वितीय भाव में और केतु अष्टम भाव में हो तो कुलिक काल सर्प दोष लगता है. जबकि, राहु तृतीय भाव में और केतु नवम भाव में हो तो वासकु काल सर्प दोष लगता है.
यह भी पढ़ें – Krishna Janmashtami 2024: आपके घर में भी हैं लड्डू गोपाल, 5 नियमों का करें पालन, भोग लगाते समय जरूर करें ये काम
आपकी कुंडली में राहु चतुर्थ भाव में और केतु दशम भाव में हो तो शंखपाल कालसर्प दोष लगता है. वहीं राहु पंचम भाव में और केतु एकादश भाव में हो तो पद्य कालसर्प दोष लगता है. जबकि, राहु छठवें भाव में तथा केतु बारहवें भाव में हो तो महापद्म कालसर्प दोष लगता है.
यदि आपकी कुंडली में राहु सप्तम भाव में और केतु लग्न में स्थित हो तो तक्षक कालसर्प दोष लगता है. वहीं केतु दूसरे स्थान में तथा राहु अष्टम स्थान में हो तो कर्कोटक कालसर्प दोष लगता है. जबकि केतु तीसरे स्थान में और राहु नवम स्थान में हो तो शंखचूड़ कालसर्प दोष लगता है.
यह भी पढ़ें – बुरी यादें नहीं छोड़ रहीं आपका पीछा? हर वक्त दिमाग में बना रहता है तनाव, 3 आध्यात्मिक तरीकों से पाएं छुटकारा
इसी प्रकार यदि राहु दशम भाव में और केतु चतुर्थ भाव में हो तो घातक कालसर्प दोष लगता है.
वहीं केतु पंचम भाव में और राहु ग्यारहवें भाव में हो तो विषधर कालसर्प दोष लगता है. जबकि, राहु द्वादश तथा केतु छठवें स्थान में हो तो शेषनाग कालसर्प दोष लगता है.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 17:38 IST